small particle of dust
Wednesday, June 27, 2018
रिवाज़
है
की
वेहम
पाल
लू
बेकद्री
दरबदरी
के
घर
में
पनाह
लू
दिन
फिर
गए
ऐसा
समझ
के
सामान
खोलूं
मुठी
में
करूँ
,
समेटूँ
की
फिर
बिखार
लू
रिवाज़
है
की
वेहम
पाल
लू
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